• December 30, 2024
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नए साल से पहले ही काशी विश्वनाथ का दर्शन करने के लिए पर्यटकों और भक्तों की भीड़ जुटने लगी है. इसको देखते ही मंदिर प्रबंधन और जिला प्रशासन के लोगों ने सुरक्षा व सुविधा के तैयारी कर ली है. मंदिर के आसपास यातायात व्यवस्था पर विशेष नियम बनाया गया है साथ ही  मंदिर में सपर्श दर्शन अभी से ही भीड़ कम होने तक प्रतिबंधित है.

श्रद्धालुओं की सहूलियत का भी ध्यान

नए साल में श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा के लिए श्री काशी विश्वनाथ धाम परिक्षेत्र को पांच सेक्टर में बांटा गया है. 45 ड्यूटी पॉइंट भी बनाए गए हैं. ड्यूटी पॉइंट पर तैनात पुलिसकर्मी श्रद्धालुओं की सहूलियत का भी ध्यान रखेंगे. श्री काशी विश्वनाथ मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं को बाबा की चारों प्रहर की आरती, रुद्राभिषेक और सुगम दर्शन के लिए मशक्कत करनी पड़ेगी. बाबा की सभी आरती और रुद्राभिषेक की बुकिंग 27 जनवरी तक फुल हो चुकी है.

सुगम दर्शन के टिकट के स्लाॅट भी चार जनवरी तक ऑनलाइन बुक हो गए हैं.और अभी से जब तक भीड़ होगी तब तक यानी शनिवार से बंद हुआ स्पर्श दर्शन नए साल आने के बाद भी जब तक पूरी तरह से भीड़ नार्मल नहीं हो जाती तब तक बंद रहेगा और इस दौरान मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश नहीं होगा श्रद्धालुओं का सिर्फ झांकी दर्शन होगा नए साल पर काशी विश्वनाथ मंदिर में और क्या कुछ खास होगा.

भीड़ का दबाव अचानक बढ़ा

श्री काशी विश्वनाथ धाम में दिसंबर के अंतिम सप्ताह में श्रद्धालुओं की भीड़ का दबाव अचानक बढ़ा है. 21 दिसंबर को धाम में 1.80 लाख,22 दिसंबर को दो लाख से अधिक, 23 दिसंबर को डेढ़ लाख, 24 दिसंबर को 1.75 लाख और 25 दिसंबर को 1.90 लाख, 26 को ढाई लाख से अधिक और 27 को 2.70 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन किए थे. वर्ष के अंतिम दिन और नए साल पर श्रद्धालुओं की संख्या छह से सात लाख होने का अनुमान है.

विश्वनाथ धाम बनने के बाद यह पहला मौका होगा, जब चारों प्रहर की आरती, सुगम दर्शन और रुद्राभिषेक की बुकिंग महीने भर के लिए फुल हुई है. 31 दिसंबर से दो जनवरी तक सभी टिकटों की बुकिंग पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है. बाबा विश्वनाथ की मंगला आरती, मध्याह्न भोग आरती, सप्तर्षि आरती और शृंगार भोग आरती के ऑनलाइन टिकट भी नहीं मिल रहे हैं. अभिषेक और सुगम दर्शन के टिकटों की बुकिंग भी बंद हो गई है.

36 स्थानों पर बैरियर लगाए जाएंगे

काशी विश्वनाथ मंदिर के अंदर जिग-जैग स्टाइल में स्टील की बैरिकेटिंग की गई है ताकि तेजी से भीड़ मंदिर में एकत्र न हो. साथ ही मंदिर के द्वार पर चारों तरफ से अर्घा लगाया गया है ताकि उसके जरिए जब श्रद्धालु झांकी दर्शन करने आये तब दूध,गंगा जल,बेलपत्र और फूल माला चढ़ा सकें. वाराणसी में प्रमुख मंदिरों, गंगा घाटों और पर्यटन स्थलों की ओर वाहन न जाने पाएं. इसके लिए 36 स्थानों पर बैरियर लगाए जाएंगे. सभी एसीपी, थानाध्यक्षों और चौकी प्रभारियों को भीड़ प्रबंधन की जानकारी दी गई है. यातायात व्यवस्था पर विशेष रूप से ध्यान देने पर जोर दिया जा रहा है.

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