प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान गंगा में पानी की कमी नहीं होगी. इसके लिए उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग के अनुरोध पर 14 जनवरी के बाद टिहरी बांध की झील से गंगा में अतिरिक्त पानी छोड़ा जाएगा. इसके लिए टीएचडीसी ने कमर कस ली है. अभी टिहरी बांध की झील से गंगा में प्रतिदिन 200 क्यूमेक्स पानी छोड़ा जा रहा है. टीएचडीसी के अधिकारियों के अनुसार, कितना पानी अतिरिक्त छोड़ा जाएगा अभी यह तय नहीं है. इसके लिए उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग की ओर से मांग का इंतजार किया जा रहा है.
साधु-संत भी गंगा में स्नान कर पुण्य अर्जित करते हैं
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 13 जनवरी से महाकुंभ आरंभ हो रहा है. यह मेला 26 फरवरी तक चलने वाला है. इस बीच देश-विदेश से आने वाले लाखों श्रद्धालु मां गंगा में स्नान करने वाले हैं. महाकुंभ में बड़ी संख्या में साधु-संत भी गंगा में स्नान कर पुण्य अर्जित करते हैं. इस दौरान गंगा में स्नान के लिए भरपूर पानी रहे, इसके लिए 42 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैली टिहरी झील से गंगा में अतिरिक्त पानी छोड़ने की तैयारी है. उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग ने अतिरिक्त पानी छोड़ने के संबंध में टीएचडीसी प्रबंधन को पत्र भेज दिया है. इसमें 20 जनवरी के बाद अतिरिक्त पानी छोड़ने की अपील की है.
झील से हर दिन 200 क्यूमेक्स पानी गंगा में छोड़ा जाएगा
वही टिहरी बांध परियोजना के अधिशासी निदेशक एल पी जोशी का कहना है कि 20 जनवरी तक टिहरी बांध की झील से हर दिन 200 क्यूमेक्स पानी गंगा में छोड़ा जाएगा. इसके बाद अतिरिक्त पानी छोड़ने की अपील आग्रह उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग ने किया है. इससे महाकुंभ के बड़े स्नानों के दौरान गंगा में जलस्तर कम नहीं रहेगा. इसकी तैयारी कर ली गई है.