Praygraj News: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में बिजली विभाग की टीम पर हमला करने का सामने आया है. यहां कर्मचारियों को बुरी तरह से पीटा गया है. पूरा मामला फाफामऊ क्षेत्र का है, जहां बिजली चोरी रोकने और राजस्व वसूली अभियान के दौरान बिजली विभाग की टीम के साथ ये वारदात घटी है. बताया जा रहा है कि टीम ने गीता के परिसर में बिजली चोरी पकड़ी थी. यहां पड़ताल के दौरान सामने आया कि स्थानीय लोग मीटर से पहले केबिल काटकर अवैध रूप से बिजली का उपयोग कर रहे थे.
इसके बाद टीम ने तुरंत एक्शन लिया और कार्रवाई करते हुए बिजली की लाइन काट दी. इसके बाद जब टीम जैसे ही आगे बढ़कर फूलचंद्र निषाद के परिसर पर पहुंची, तो गली में मौजूद अमित, सनी समेत अन्य ने उनको घेर लिया और टूट पड़े. आरोपियों ने उनके साथ मारपीट की और दस्तावेज फाड़ फेंके.
इस टीम का नेतृत्व उपखंड अधिकारी शैलेन्द्र कुमार सिंह कर रहे थे. उनके साथ नीरज कुमार, आकाश कुमार, योगेश, अश्वनी, आयुष कुमार समेत अन्य कर्मचारी मौजूद थे. फिलहाल, इस पूरे मामले की तहरीर दी गई है, जिसपर कार्रवाई करते हुए फाफामऊ पुलिस जांच में जुट गई है.
सहारनपुर में भी हुआ था हमला
बता दें कि यूपी में बिजली विभाग की टीम पर हमला होना कोई नई बात नहीं है. हाल ही में करीब 6 दिन पहले सहरानपुर से भी ऐसा ही एक मामला सामने आया था. यहां प्रदेश सरकार की एकमुश्त समाधान योजना के तहत शिविर लगाकर बकाया बिल जमा करने के दौरान महतौली गांव में ग्रामीणों ने विद्युत निगम की टीम पर हमला कर दिया. इसमें निगम के उपखंड अधिकारी घायल हो गए, जबकि अन्य अधिकारी व कर्मियों ने भागकर जान बचाई. ये बवाल बीते सोमवार की रात करीब साढ़े आठ बजे का है, जहां निगम के उपखंड अधिकारी (देहात) अभिषेक सिंह ने पुलिस को तहरीर दी. इसमें उन्होंने बताया कि निगम सरकार की एकमुश्त समाधान योजना के तहत बकाया बिल जमा करने के लिए महतौली गांव में विभिन्न कर्मचारियों के साथ मिलकर उन्होंने शिविर लगाया गया था.
कनेक्शन काटने पर मचा बवाल
इस दौरान की गई चेकिंग में एक उपभोक्ता पर 20 हजार रुपये से अधिक का बकाया था. जिसके चलते उसका कनेक्शन काट दिया गया. इसके बाद वह शिविर पर लौट आए. आरोप है कि कुछ देर बाद उक्त उपभोक्ता अपने 30-40 लोगों को साथ लेकर वहां पहुंचा और गाली गलौज करने लगा. विरोध करने पर उक्त लोग हमलावर हो गए.
43 आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार एसडीओ ने बताया कि वह टीम के साथ भागकर एक घर में घुस गए, लेकिन यहां भी आरोपी पहुंच गए और उन्होंने ईंटें फेंकना शुरू कर दी. इसमें एक ईंट पैर में लगने से वह घायल हो गए. सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और ग्रामीणों से उनकी जान बचाई. फिलहाल, इस घटना में शामिल 43 आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो चुका है.